सऊदी अरब
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Parmod Jain
1K views 21 days ago
सऊदी अरब में सोमवार तड़के एक भयानक बस हादसा हो गया। मक्का से मदीना जा रहे उमरा यात्रियों से भरी एक बस की डीजल टैंकर से टक्कर हो गई। इस हादसे में कम से कम 42 भारतीय तीर्थयात्रियों के मारे जाने की आशंका है. यह हादसा भारतीय समयानुसार लगभग 1.30 बजे मुफरिहात नामक स्थान पर हुआ। कहा जा रहा है कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं और सभी हैदराबाद के रहने वाले बताए जा रहे हैं. हादसे के समय बस में करीब 20 महिलाएं और 11 बच्चे मौजूद थे। तीर्थयात्री मक्का में अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे करने के बाद मदीना जा रहे थे। बताया जा रहा है कि हादसा होने के समय कई यात्री गहरी नींद में थे। लोकल लोगों ने 42 मौतों की पुष्टि की है, लेकिन अधिकारी अब भी हताहतों की सही संख्या और घायलों की स्थिति की जांच कर रहे हैं। मीडिया वन की रिपोर्ट के मुताबिक बस में 43 यात्री सवार थे। इसमें से एक यात्री के जीवित बचने की संभावना है। उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सभी मक्का में उमराह की रस्मे पूरी करने के बाद आगे के अनुष्ठान को पूरा करने के लिए मदीना जा रहे थे। इस घटना की वजहें अभी साफ नहीं हो पाई हैं। सऊदी अधिकारियों का भी इस पर अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है। वे परिस्थिति का आंकलन कर रहे हैं‌। ओवैसी ने जताया दुख, भारत सरकार से की अपील हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि वे लगातार कई अधिकारियों से संपर्क में हैं ताकि सत्यापित जानकारी मिल सके. ANI से बातचीत में ओवैसी ने बताया कि उन्होंने हैदराबाद की दो ट्रैवल एजेंसियों से संपर्क किया है, जिनका इन तीर्थयात्रियों से संबंध है और उनके द्वारा प्रदान की गई सभी जानकारी रियाद स्थित भारतीय दूतावास और विदेश सचिव को साझा कर दी है। ओवैसी ने कहा, “मैं केंद्र सरकार, खासकर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से अनुरोध करता हूं कि मृतकों के शवों को भारत वापस लाने की तुरंत व्यवस्था की जाए और अगर कोई घायल है तो उसका पूरा इलाज कराया जाए।” ओवैसी ने रियाद स्थित भारतीय दूतावास के उप मिशन प्रमुख (DCM) अबु मैथेन जॉर्ज से भी बात की। ओवैसी ने कहा, “जो 42 हज यात्री मक्का से मदीना जा रहे थे, उनकी बस में आग लग गई… मैंने रियाद में भारतीय दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन अबु मैथेन जॉर्ज से बात की और उन्होंने आश्वासन दिया कि वे जानकारी जुटा रहे हैं। मैंने दो हैदराबाद की ट्रैवल एजेंसियों से संपर्क कर यात्रियों का डेटा दूतावास और विदेश सचिव के साथ साझा कर दिया है।” तेलंगाना सरकार की प्रतिक्रिया हैदराबाद के सांसद ने केंद्र सरकार, विशेष रूप से विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से अपील की कि मृतकों के शव जल्द से जल्द भारत लाए जाएं और घायल यात्रियों का उचित इलाज सुनिश्चित किया जाए। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने हादसे पर गहरा दुख और हैरानी व्यक्त की। उन्होंने मुख्य सचिव और डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि कितने तेलंगाना निवासी इस हादसे में शामिल थे। इस हादसे में सऊदी अधिकारियों की ओर से कोई जानकारी नहीं साझा की गई है। हादसे में जिंदा बचे घायल व्यक्ति के बारे में भी उनकी तरफ से अभी कोई सूचना जारी नहीं हुई है। हालांकि राहत व्यवस्था के लिए आपातकालीन टीमें लगी हुई हैं। वहीं भारतीय दूतावास भी इस घटना के बाद सारी जानकारी जुटाने में लगा हुआ है। #सऊदी अरब
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Parmod Jain
11K views 1 months ago
सऊदी अरब में रोजी-रोटी की तलाश में गए एक भारतीय युवक की गोली लगने से मौत हो गई। युवक सऊदी पुलिस और अपराधियों के बीच गोलीबारी का शिकार हो गया। उसने मरने के पहले अपनी पत्नी को वॉयस नोट भेजा था। जेद्दा: सऊदी अरब में रोजी-रोटी की तलाश में गए एक भारतीय युवक की गोली लगने से मौत हो गई। युवक की पहचान झारखंड के गिरिडीह जिले के 26 वर्षीय विजय कुमार महतो के रूप में हुई है। महतो 16 अक्टूबर को सऊदी पुलिस और अराधियों के बीच चल रही गोलीबारी के बीच फंस गए थे, जिस दौरान उन्हें पुलिस की गोली लग गई। मौत की खबर के बाद महतो के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। झारखंड के श्रम विभाग ने सऊदी अरब में भारतीय दूतावास से संपर्क कर भारतीय युवक का शव वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की है। महतो लगभग साल भर पहले ट्रांसमिशन लाइन परियोजनाओं पर काम करने के लिए लगभग 9 महीने पहले सऊदी अरब गए थे। वे वहां एक निजी कंपनी में काम कर रहे थे। 16 अक्टूबर को कंपनी के अधिकारी के निर्देश पर सामग्री लेने गए थे। वहां स्थानीय पुलिस और वसूली करने वाले अपराधियों के बीच मुठभेड़ होने लगी जिसमें वे फंस गए। बताया जा रहा है कि उन्हें गलती से पुलिस की गोली लग गई। गोली लगने के बाद विजय कुमार को अस्पताल में ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। पत्नी को भेजा आखिरी वॉयस नोट प्रवासी श्रमिकों के मुद्दों पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि 'उसने (मृतक प्रवासी) 16 अक्टूबर को अपनी पत्नी बसंती देवी को व्हाट्सएप पर एक संदेश भेजा था कि वह गोलीबारी के बीच फंस गया है और उसे चोटें आई हैं। देवी ने अपने ससुराल वालों को इसकी सूचना दी लेकिन उन्हें लगा वह इलाजरत है। जिस कंपनी में वह काम करता था, उसने 24 अक्टूबर को उन्हें बताया कि गोलीबारी में उसकी मौत हो गयी है।' अली ने बताया कि यह गोलीबारी जेद्दा पुलिस और जबरन वसूली करने वाले गिरोह के बीच हुई थी। भारतीय दूतावास से किया गया संपर्क इस बीच अधिकारियों ने शव वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की है। झारखंड श्रम विभाग के तहत प्रवासी नियंत्रण प्रकोष्ठ की टीम का नेतृत्व करने वाली शिखा लाकड़ा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि विभाग को गिरिडीह से सऊदी अरब में एक प्रवासी श्रमिक की मौत की सूचना मिली थी और उसका शव वापस लाने का अनुरोध प्राप्त हुआ है। लाकड़ा ने कहा, 'हमने तुरंत भारतीय दूतावास से संपर्क किया। हम जेद्दा पुलिस अधिकारियों से औपचारिकताएं पूरी करने के लिए संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि शव को झारखंड में उसके पैतृक स्थान पर लाया जा सके।' #सऊदी अरब
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