#💔 हार्ट ब्रेक स्टेटस डायरी 🖤
कभी-कभी सबसे थक कर में अपने कमरे में अकेली बैठती हु,,
कोई नहीं होता सुनने के लिए, तो इन चार दीवारों से मे बाते करती हु,
उन्हें बताती हु, आज क्या हुआ क्या नहीं, क्या कुछ आज मैंने सहन किया,
मे जो सबको दिखती हु बैसी नहीं हु,
इन दीवारों ने जो देखा बैसी हु मे,
मेरे मुश्किल बक़्त मे, जैसे मेरे तकिओ ने साथ दिया, वैसे और किसी ने नहीं दिया,
मुझे हस्ते रोते पागलपन करते, इन चार दीवारों ने देखा,
इनमे कैद हु, और इन्ही मे जी रही हु 🥀