अनमोल रिश्ते
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Rajesh j
607 views 1 days ago
गैरों पे करम, अपनो पे सितम। आजकल ऐसा ही हो रहा है लोग आजकल अपनों को नजर अंदाज करते हैं और गैरों को अपना बनाने में लग जाते हैं इसलिए दूसरों के साथ-साथ अपनों से भी प्रेम व्यवहार बनाए रखें धन्यवाद। #रिश्ते #अनमोल रिश्ते ##रिश्ते #अपने #अपने और पराए
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K. VISHVAKARMA
557 views 1 days ago
📍 *SIR की दिलचस्प बातें:* *एक समाजशास्त्रीय की कलम से!* 🤓 SIR फॉर्म क्या आया— पूरा समाज पानी पूरी वाली लाइन की तरह खड़ा हो गया। तीन अक्षरों का फॉर्म, लेकिन इतना गहरा कि अच्छे-अच्छे पढ़े-लिखे लोगों का “हम तो सब जानते हैं” वाला भ्रम फट से टूट गया। 1️⃣ रिश्तों की रियलिटी चेक SIR ने साफ बता दिया- मां-बाप, दादा-दादी ही असली रिश्ते हैं, बाकी सब “जान-पहचान सूची” में आते हैं। और मज़ेदार बात ये कि— बेटियाँ शादी के बाद कितनी भी दूर चली जाएँ, रिश्ता मायके से ही साबित होता है— कागजों में, समाज में, और दिल में। 2️⃣ टूटे हुए रिश्तों में नेटवर्क सिग्नल वापस सालों से बात न करने वाले लोग अब फॉर्म भरवाने के नाम पर बीवी के मायके जा रहे हैं, बेटियाँ गाँव लौट रही हैं, लोग दस्तावेज़ ढूँढते-ढूँढते वंश-वृक्ष खोज रहे हैं। SIR ने वो रिश्ते जोड़ दिए जो व्हाट्सऐप भी नहीं जोड़ पाया। 3️⃣ धर्म का भ्रम… SIR के आगे फ़ेल हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई— सब एक ही काउंटर पर लाइन में खड़े, एक ही पेन से फॉर्म भरते हुए। SIR ने वो कर दिया जो नेताओं की रैलियाँ नहीं कर पाई सबको एक ही नाव में सवार कर दिया। 4️⃣ पुरानी यादें Rewind Mode में लोग आज फिर वही जगह ढूँढ रहे जहाँ— माँ-बाप रहा करते थे, दादा-दादी की छाया थी, और बचपन की धूल थी। किराएदार अपने मां-बाप का नाम उसी मकान मालिक से पूछ रहे हैं जिसे कभी किराया देना पड़ता था। इतिहास अब फेसबुक पोस्ट नहीं— घर-घर की खोज बन गया है। 5️⃣ शिक्षा की असली औकात सामने SIR ने बता दिया— यह दुनिया पैसा नहीं, दस्तावेज़ माँगती है। शिक्षा सिर्फ नौकरी नहीं, अपना वंश और पहचान जानने की योग्यता भी है। 6️⃣ पुरखे सिर्फ फोटो नहीं—साक्ष्य हैं SIR ने साबित कर दिया— मां-बाप मरकर भी काम आते हैं, वे कागज़ों में, यादों में, और वंश में ज़िंदा रहते हैं। इसलिए: उन्हें याद करो, सम्मान दो, और अपनी जड़ें बच्चों को भी बताओ। 7️⃣ सबसे चुभता सच जब किसी से पूछा— “तुम्हारे दादा-दादी, नाना-नानी का नाम?” तो आधे लोग नेटवर्क खोजते हैं, बाकी आधे गूगल नहीं, मम्मी को कॉल करते हैं। ये सिर्फ जानकारी नहीं— कटी हुई जड़ों की निशानी है। 📌 निष्कर्ष SIR अभी शुरू हुआ है… आगे कितने किस्से, कितनी कहानियाँ और कितने राज खुलेंगे— बस इंतज़ार करिए, देश भर में वंशावली का महाकाव्य लिखने वाला है। 🙏🏻 #🇮🇳मेरा भारत, मेरी शान #अनमोल रिश्ते ##रिश्ते
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