हताहत इंदौरी ने नर्क से गजल भेजी है😁
यहां यमदूत कोड़े मार रहे हैं, जन्नत इसका नाम थोड़ी है👺 चित्रगुप्त हिसाब कर रहे हैं, किसी हूर का निजाम थोड़ी है,,👻ओसामा है, कसाब है और अफजल भी है यहां,
यह कोई खुदा या फरिश्तों का मुकाम थोड़ी है,🦥
घूमते हैं यहां हर तरफ कीचड़ से सने सूअर,
बहत्तर हूरों का जाम थोड़ी है,,
भरे पड़े हैं यहां तमाम भारत के गद्दार मेरे ही जैसे यहां,😭
किसी मुल्क का शरीफ अवाम थोड़ी है,,
मुल्क के गद्दारी पे सौ - सौ बार मुझको "लानत" है,
उसी की सजा मिली है,खिदमत का इनाम थोड़ी है..हताहत इन्दौरी 🥳 #🙏सुविचार📿 #🌞 Good Morning🌞 #🆕 ताजा अपडेट #🌷शुभ रविवार