🌿कलयुगी दौर की गाथा ...
हर रिश्ते ने अपनी ही हद से आगे बढ़ने का फ़ैसला लिया है।
कुछ चरित्रहीन इंसान... जब दुनिया को अलग नज़र से पढ़ने लगे,
तब समझ आया कि— कलयुग की शुरुआत हो चुकी है।
® अब अंत कैसा होगा, ये वक्त ही लिखेगा।
** स्वरचित💯...अनसुने लम्हे🤞...By Rahul Saini🙂...
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