बिनोद कुमार शर्मा
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बिनोद कुमार शर्मा
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*🌸10/10/2025,शुक्रवार 🌸* *श्रीरामलला प्रातःकालीन दर्शन* #श्री रामलला दर्शन अयोध्या
श्री रामलला दर्शन अयोध्या - ShareChat
#जय माँ विंध्यवासिनी🙏🏻🚩
जय माँ  विंध्यवासिनी🙏🏻🚩 - मिर्जापुर जय माँ विंध्यवासिनी धाम, *आज प्रातःकाल मां की मंगला आरती का भव्य श्रृंगार డ9fT* *७ कार्तिक, कृष्ण पक्ष, तिथि संवत् २०८२, दिन चतुर्थी -शुक्रवार, १० अक्टूबर २०२५७ * *जय जय मैय्या विंध्यवासिनी की* मिर्जापुर जय माँ विंध्यवासिनी धाम, *आज प्रातःकाल मां की मंगला आरती का भव्य श्रृंगार డ9fT* *७ कार्तिक, कृष्ण पक्ष, तिथि संवत् २०८२, दिन चतुर्थी -शुक्रवार, १० अक्टूबर २०२५७ * *जय जय मैय्या विंध्यवासिनी की* - ShareChat
#करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं 🌺🌺
करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं - आप संभी माताओं , बहनों को संस्कृति, परम्परा और अखंड सौभाग्य के महापर्व रचौथः रवा की हार्दिक शुभकामनाये भगवान आपके व्रत को सफल एवं प्रार्थना को संपन्न करें। Binodkumartharma आप संभी माताओं , बहनों को संस्कृति, परम्परा और अखंड सौभाग्य के महापर्व रचौथः रवा की हार्दिक शुभकामनाये भगवान आपके व्रत को सफल एवं प्रार्थना को संपन्न करें। Binodkumartharma - ShareChat
*करवा चौथ व्रत कथा* *एक बार अर्जुन नीलगिरि पर तपस्या करने गए। द्रौपदी ने सोचा कि यहाँ हर समय अनेक प्रकार की विघ्न-बाधाएं आती रहती हैं। उनके शमन के लिए अर्जुन तो यहाँ हैं नहीं, अत: कोई उपाय करना चाहिए। यह सोचकर उन्होंने भगवान श्री कृष्ण का ध्यान किया।* *भगवान वहाँ उपस्थित हुए तो द्रौपदी ने अपने कष्टों के निवारण हेतु कोई उपाय बताने को कहा। इस पर श्रीकृष्ण बोले- एक बार पार्वती जी ने भी शिव जी से यही प्रश्न किया था तो उन्होंने कहा था कि करवाचौथ का व्रत गृहस्थी में आने वाली छोटी- मोटी विघ्न-बाधाओं को दूर करने वाला है। यह पित्त प्रकोप को भी दूर करता है। फिर श्रीकृष्ण ने द्रौपदी को एक कथा सुनाई:-* *प्राचीनकाल में एक धर्मपरायण ब्राह्मण के सात पुत्र तथा एक पुत्री थी। बड़ी होने पर पुत्री का विवाह कर दिया गया। कार्तिक की चतुर्थी को कन्या ने करवा चौथ का व्रत रखा। सात भाइयों की लाड़ली बहन को चंद्रोदय से पहले ही भूख सताने लगी। उसका फूल सा चेहरा मुरझा गया। भाइयों के लिए बहन की यह वेदना असहनीय थी। अत: वे कुछ उपाय सोचने लगे।* *उन्होंने बहन से चंद्रोदय से पहले ही भोजन करने को कहा, पर बहन न मानी। तब भाइयों ने स्नेहवश पीपल के वृक्ष की आड़ में प्रकाश करके कहा- देखो ! चंद्रोदय हो गया। उठो, अर्ध्य देकर भोजन करो।’ बहन उठी और चंद्रमा को अर्ध्य देकर भोजन कर लिया। भोजन करते ही उसका पति मर गया। वह रोने चिल्लाने लगी। दैवयोग से इन्द्राणी देवदासियों के साथ वहाँ से जा रही थीं। रोने की आवाज़ सुन वे वहाँ गईं और उससे रोने का कारण पूछा।* *ब्राह्मण कन्या ने सब हाल कह सुनाया। तब इन्द्राणी ने कहा- ‘तुमने करवा चौथ के व्रत में चंद्रोदय से पूर्व ही अन्न-जल ग्रहण कर लिया, इसी से तुम्हारे पति की मृत्यु हुई है। अब यदि तुम मृत पति की सेवा करती हुई बारह महीनों तक प्रत्येक चौथ को यथाविधि व्रत करो, फिर करवा चौथ को विधिवत गौरी, शिव, गणेश, कार्तिकेय सहित चंद्रमा का पूजन करो और चंद्र उदय के बाद अर्ध्य देकर अन्न-जल ग्रहण करो तो तुम्हारे पति अवश्य जीवित हो उठेंगे।’* *ब्राह्मण कन्या ने अगले वर्ष 12 माह की चौथ सहित विधिपूर्वक करवा चौथ का व्रत किया। व्रत के प्रभाव से उनका मृत पति जीवित हो गया। इस प्रकार यह कथा कहकर श्रीकृष्ण द्रौपदी से बोले- ‘यदि तुम भी श्रद्धा एवं विधिपूर्वक इस व्रत को करो तो तुम्हारे सारे दुख दूर हो जाएंगे और सुख-सौभाग्य, धन-धान्य में वृद्धि होगी।’ फिर द्रौपदी ने श्रीकृष्ण के कथनानुसार करवा चौथ का व्रत रखा। उस व्रत के प्रभाव से महाभारत के युद्ध में कौरवों की हार तथा पाण्डवों की जीत हुई।* *-श्री गणेशाय नमः -* #किस्से-कहानी
🌹🌷🙏 #शुभ शुक्रवार 🙏🌷🌹
शुभ शुक्रवार - शुभ शुक्रवार 10/10/85 ~प्रातः नमन~ 3 32 श्रीं श्रियै धनाय F: ন: पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे, भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्। रामकृपा- माता रानी के कृपा से आप सपरिवार परिपूर्ण सदा धन-धान्य से एवं स्वस्थ रहें। शुभ शुक्रवार 10/10/85 ~प्रातः नमन~ 3 32 श्रीं श्रियै धनाय F: ন: पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे, भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्। रामकृपा- माता रानी के कृपा से आप सपरिवार परिपूर्ण सदा धन-धान्य से एवं स्वस्थ रहें। - ShareChat
*🌸09/10/2025,गुरुवार 🌸* *श्रीरामलला प्रातःकालीन दर्शन* #श्री रामलला दर्शन अयोध्या
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#जय माँ विंध्यवासिनी🙏🏻🚩
जय माँ  विंध्यवासिनी🙏🏻🚩 - जय माँ विंध्यवासिनी धाम, मिर्जापुर *आज प्रातःकाल मां की मंगला आरती का भव्य श्रृंगार दर्शन* *७ कार्तिक, कृष्ण पक्ष, तिथि - तृतीया, संवत् २०८२, दिन -गुरुवार, ०९ अक्टूबर २०२५७ * *जय जय मैय्या विंध्यवासिनी की* जय माँ विंध्यवासिनी धाम, मिर्जापुर *आज प्रातःकाल मां की मंगला आरती का भव्य श्रृंगार दर्शन* *७ कार्तिक, कृष्ण पक्ष, तिथि - तृतीया, संवत् २०८२, दिन -गुरुवार, ०९ अक्टूबर २०२५७ * *जय जय मैय्या विंध्यवासिनी की* - ShareChat