## माँ सिद्धिदात्री — नवमी, माँ दुर्गा का नौवां और अंतिम रूप माँ सिद्धिदात्री की समर्पित है। माता का यह स्वरूप पूर्णता का प्रतीक है जिसने अपने हाथों में खिला हुआ कमल, गदा, शंख और चक्र धारण किया हुआ है, गदा अज्ञानता को दूर करता है और खिला हुआ कमल पूर्णता को परिभाषित करता है और शंख विजय का प्रतीक है अर्थात मां सिद्धिदात्री हमें सिखाती है कि जब हमारे अंदर ज्ञान का प्रकाश भरता है और अज्ञानता का अंधकार मिट जाता है तो हमारे सारे काम और इच्छाएं स्वत: ही पूर्ण होने लगती है और हमारी विजय निश्चित हो जाती है।
माँ सिद्धिदात्री जो सभी प्रकार की सिद्धियाँ और शक्तियाँ प्रदान करती है. वे 'सिद्धि'(अलौकिक शक्तियाँ) और 'दात्री'(दान करने वाली) शब्द से बनी हैं, और उनकी पूजा से साधक सभी सांसारिक और आध्यात्मिक इच्छाओं से मुक्त होकर मोक्ष प्राप्त करता है।
जय माँ सिद्धिदात्री🙏🌸