ગોવિંદજી ઠાકોર
ShareChat
click to see wallet page
@88102720
88102720
ગોવિંદજી ઠાકોર
@88102720
सत् कैवल परमात्मा
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ પરમાત્મા. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમત્ કરૂણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - कैवल साहेब GG अम 07 CIC अद्वैता द्वैत नर्खेद चिंतामणी ग्रंथ पख्मप्रुच्ज विशेष्णा बख्दनकी &ग४ ८ अब कोई धरो मान मत जिनके, व्याकरण के वेतु। प्रेम सहेतुII३९ क्या मनुष्य क्या देवन उचरन। प्रभुतो ?ঔন্তুত্াত্র: अब, हेव्याकरण केजानका्रों ! इस परगर्व मतकरो। क्योकि चाहे मनुर्ष्योंकी भाषा बोली जाएया परमेश्वरकी, प्रभु प्रेम और स्नेहको देखता है। {HR: किसी भी वैयाकरण याविद्वानको भाषा का अभिमान नहीं करना चाहिए। क्योंकि चाहे मनुष्य अपनी भाषा र्में पूजा या जप करे, या देवता अपनी दिव्य भाषा संस्कृत में पूजा या प्रार्थना कर्रें, परन्तु भगवान भक्तकी भक्तिसे जुड़े प्रेम ओरमन र्में उनसे मिलने की चाहत को देखकरप्रसन्न होते हैं। सतू कैवल परमात्मा Govindji कैवल साहेब GG अम 07 CIC अद्वैता द्वैत नर्खेद चिंतामणी ग्रंथ पख्मप्रुच्ज विशेष्णा बख्दनकी &ग४ ८ अब कोई धरो मान मत जिनके, व्याकरण के वेतु। प्रेम सहेतुII३९ क्या मनुष्य क्या देवन उचरन। प्रभुतो ?ঔন্তুত্াত্র: अब, हेव्याकरण केजानका्रों ! इस परगर्व मतकरो। क्योकि चाहे मनुर्ष्योंकी भाषा बोली जाएया परमेश्वरकी, प्रभु प्रेम और स्नेहको देखता है। {HR: किसी भी वैयाकरण याविद्वानको भाषा का अभिमान नहीं करना चाहिए। क्योंकि चाहे मनुष्य अपनी भाषा र्में पूजा या जप करे, या देवता अपनी दिव्य भाषा संस्कृत में पूजा या प्रार्थना कर्रें, परन्तु भगवान भक्तकी भक्तिसे जुड़े प्रेम ओरमन र्में उनसे मिलने की चाहत को देखकरप्रसन्न होते हैं। सतू कैवल परमात्मा Govindji - ShareChat
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ સાહેબ. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમત્ કરૂણાસાગર
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - T CUCINCRCEREUKCECCE~GTEeTడ TT एही नवेरकीन अंशनके, न्यारेन्यारनीरुपा; | जेही जीनकी जम जान जनाइत, परमसहीत अनुपा. II३८ I* भावार्थ#   @@िद्वि@ि शीया. शिद्धांतः२२ ~lldlalulla (giu; ~Hunls-aRBugIsg ' %थंशनी %% %१२ &ती ते%र्भें तेग्रभापळपावी छेतथा प२भ विशेष %थंश छे, तेने ढपभाथ्ीथर्थवतव शषाथ तेभ नथी. auEREEalడడsalumuRR सनू कैवल साहेब शुभष प्रक्षात आपका दिन मंगलमय रहे। (ouudt T CUCINCRCEREUKCECCE~GTEeTడ TT एही नवेरकीन अंशनके, न्यारेन्यारनीरुपा; | जेही जीनकी जम जान जनाइत, परमसहीत अनुपा. II३८ I* भावार्थ#   @@िद्वि@ि शीया. शिद्धांतः२२ ~lldlalulla (giu; ~Hunls-aRBugIsg ' %थंशनी %% %१२ &ती ते%र्भें तेग्रभापळपावी छेतथा प२भ विशेष %थंश छे, तेने ढपभाथ्ीथर्थवतव शषाथ तेभ नथी. auEREEalడడsalumuRR सनू कैवल साहेब शुभष प्रक्षात आपका दिन मंगलमय रहे। (ouudt - ShareChat
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ પરમાત્મા. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - सन्ा कैबाल र्घाहेब अद्वैता द्वैत नर्र्वेद चिंतामणि ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ जब क्या र्ही गिरवाण भाषकी , अदकै ऐक गमानी।| सदगुरु मिले परमपद पावत, उभये वाण अमानि।।३८ ६अनुवादः फिरचुनावर्मेंकेवल संस्कृत भाषा कामहत्व कहाँ है? जब सद्गुरु मिल जाता है औरपरमपद प्राप्तहो जाता है, तो दोर्नों शब्दव्यर्थहौ जाते हैँl :सIर+ फिरचुनावर्मेकेवल संस्कृत भाषा का महत्व कहॉँ हे? सौभाग्य से, यदिहर्मे कोई अच्छा गुरु मिल जाए ओरहम परमपद प्राप्त करर्ले, तो वस यही महत्वपूर्ण हे। भाषा चाहे कोई भीहो। अर्थात् भाषा|वाणी। चाहे प्राकृत हो या संस्कृत, भाषा का महत्व समाप्तहो जाता हे। जीर्वोके लिए हीमहत्वपूर्ण हे। आत्माकाकल्याण सत् कैवल परमात्मा Govindit सन्ा कैबाल र्घाहेब अद्वैता द्वैत नर्र्वेद चिंतामणि ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ जब क्या र्ही गिरवाण भाषकी , अदकै ऐक गमानी।| सदगुरु मिले परमपद पावत, उभये वाण अमानि।।३८ ६अनुवादः फिरचुनावर्मेंकेवल संस्कृत भाषा कामहत्व कहाँ है? जब सद्गुरु मिल जाता है औरपरमपद प्राप्तहो जाता है, तो दोर्नों शब्दव्यर्थहौ जाते हैँl :सIर+ फिरचुनावर्मेकेवल संस्कृत भाषा का महत्व कहॉँ हे? सौभाग्य से, यदिहर्मे कोई अच्छा गुरु मिल जाए ओरहम परमपद प्राप्त करर्ले, तो वस यही महत्वपूर्ण हे। भाषा चाहे कोई भीहो। अर्थात् भाषा|वाणी। चाहे प्राकृत हो या संस्कृत, भाषा का महत्व समाप्तहो जाता हे। जीर्वोके लिए हीमहत्वपूर्ण हे। आत्माकाकल्याण सत् कैवल परमात्मा Govindit - ShareChat
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ સાહેબ. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - ಊuಟಝ(ತ_ಝರೆೊಣರರ ಊ[ನೆ೯೫೫ [[ विशेष तो गुणके अवतारन, कारजकरम करनके; अंश उंबारन करीतन कोउके, उपलेमारीमरनके. II३७/l भावार्थः  वि.वि.निधि.ग्रंथ.सिद्धातः२२ ५२भ विशेष थशनावेख्युहैिवताविशेष थंशभां नधीं खोवानुं $२एथे छे ढ विशेवर्थशशुशयुडतशडैया छे , थे२टे तेभनाभां २%ो  तभो थ्नेशान्विडग्ुशी २डेयाछे. %्थारढेथय ळ्यतभीथ्युवदार०्ीदीळ्यादोछे ढ्थारते ಶಾಿರಶಾಖಿ ಿರೌ[ದಣ ಣತ್ಾತ@ನಿತ ಖ{ [ಳi @S.ತಹಡmತ ಣಇತ್ರಿಐಗಿಣತರಿಐಡಿಷೌ @392 cile3s2Sallckl qaldu;leia-usceug] uoi-l ?-leldsluguelt-dGeiseiiazll पश्भा्रुषक्ीकीदाष२Pाशाग२ केवल स्ाहेव Sl 8বুঞ্জ ভেঙ্ম आपका दिन आनंदित रहे। Govindji ಊuಟಝ(ತ_ಝರೆೊಣರರ ಊ[ನೆ೯೫೫ [[ विशेष तो गुणके अवतारन, कारजकरम करनके; अंश उंबारन करीतन कोउके, उपलेमारीमरनके. II३७/l भावार्थः  वि.वि.निधि.ग्रंथ.सिद्धातः२२ ५२भ विशेष थशनावेख्युहैिवताविशेष थंशभां नधीं खोवानुं $२एथे छे ढ विशेवर्थशशुशयुडतशडैया छे , थे२टे तेभनाभां २%ो  तभो थ्नेशान्विडग्ुशी २डेयाछे. %्थारढेथय ळ्यतभीथ्युवदार०्ीदीळ्यादोछे ढ्थारते ಶಾಿರಶಾಖಿ ಿರೌ[ದಣ ಣತ್ಾತ@ನಿತ ಖ{ [ಳi @S.ತಹಡmತ ಣಇತ್ರಿಐಗಿಣತರಿಐಡಿಷೌ @392 cile3s2Sallckl qaldu;leia-usceug] uoi-l ?-leldsluguelt-dGeiseiiazll पश्भा्रुषक्ीकीदाष२Pाशाग२ केवल स्ाहेव Sl 8বুঞ্জ ভেঙ্ম आपका दिन आनंदित रहे। Govindji - ShareChat
શુભ સવાર નુતન વષૉભિનંદન સત્ કૈવલ સાહેબ. સત્ કૈવલ પરમાત્મા. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - Sat Kaival Saheb Happy %^78 ARINASAGARREALGu happy new year pray to Paramguru Srimat Karunasagar that starting today brings you the new year happiness peace prosperity and fruitful choices. And best wishes: Thakor Govindji Rakanpur Sat Kaival Saheb Happy %^78 ARINASAGARREALGu happy new year pray to Paramguru Srimat Karunasagar that starting today brings you the new year happiness peace prosperity and fruitful choices. And best wishes: Thakor Govindji Rakanpur - ShareChat
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ પરમાત્મા. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - सत् कैवल साहेब 39 Q10 8 6 ವ 0 0 ೦೦೦೦೦ अद्वेता द्वेत नर्रर्वेद चिंतामणी ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ तब जेही तेही परकार जिवनके, काज करनूसे कामु। Rriio कया भाषा गिरवार कथनमे, जहॉं प्रभु पाय अनुवादः 4 चूँकिजीर्वों का कर्तव्य हैकिवे अपना 36:` कल्याण कर्रें, जिससे वे ईश्वरको प्राप्तकरसकें ओरमोक्ष प्राप्त करसरकें, तो संस्कृत में बोलने का क्या प्रयोजन हैसारद्देश्य क्या है? संसारमेंजीर्वोंका उद्देश्य केवल अपनी आत्मा काकिसी नकिसी प्रकारसे कल्याण करना है। प्रभुपादकी परम अवस्था प्राप्त करने के अतः भाषा का कोई महत्त्व नर्हीहै। यदि सरल लिए॰ व्यावहारिक प्राकृत भाषा से ही काम चल जाए, तो उनके लिएव्याकरण के रूप में संस्कृत भाषा बोलनेकाक्या प्रयोजन है? सत्ू कैवल परमात्मा Govindiu सत् कैवल साहेब 39 Q10 8 6 ವ 0 0 ೦೦೦೦೦ अद्वेता द्वेत नर्रर्वेद चिंतामणी ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ तब जेही तेही परकार जिवनके, काज करनूसे कामु। Rriio कया भाषा गिरवार कथनमे, जहॉं प्रभु पाय अनुवादः 4 चूँकिजीर्वों का कर्तव्य हैकिवे अपना 36:` कल्याण कर्रें, जिससे वे ईश्वरको प्राप्तकरसकें ओरमोक्ष प्राप्त करसरकें, तो संस्कृत में बोलने का क्या प्रयोजन हैसारद्देश्य क्या है? संसारमेंजीर्वोंका उद्देश्य केवल अपनी आत्मा काकिसी नकिसी प्रकारसे कल्याण करना है। प्रभुपादकी परम अवस्था प्राप्त करने के अतः भाषा का कोई महत्त्व नर्हीहै। यदि सरल लिए॰ व्यावहारिक प्राकृत भाषा से ही काम चल जाए, तो उनके लिएव्याकरण के रूप में संस्कृत भाषा बोलनेकाक्या प्रयोजन है? सत्ू कैवल परमात्मा Govindiu - ShareChat
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ સાહેબ. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - [ ಊ[uಔಣ ಗಣನಗೆ ಔನಣu ನೆ೯೩ೊ [[ अंश अनाद्याअंगमकै निजपतिकीयेनीराळे; एतो तीमे विशेषपरमकसारन भवथरजानवीशाळेः .३६ll' Cలల& (( E@aబభaadaa 8 IRRGEREaమలీనిda3iIasst' विशेषरथ hegloltanet-udaudet ladaerulrit e28dddeneprlleenracs-del @ுூூO CFEEBEIEhSESIEIIR 0 ತರ್ರರಟೊತ GQ शुक्ष प्भात आपका दिन शुभरहेए Govindji [ ಊ[uಔಣ ಗಣನಗೆ ಔನಣu ನೆ೯೩ೊ [[ अंश अनाद्याअंगमकै निजपतिकीयेनीराळे; एतो तीमे विशेषपरमकसारन भवथरजानवीशाळेः .३६ll' Cలల& (( E@aబభaadaa 8 IRRGEREaమలీనిda3iIasst' विशेषरथ hegloltanet-udaudet ladaerulrit e28dddeneprlleenracs-del @ுூூO CFEEBEIEhSESIEIIR 0 ತರ್ರರಟೊತ GQ शुक्ष प्भात आपका दिन शुभरहेए Govindji - ShareChat
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ પરમાત્મા. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - कैवल स्ाहेब दीपावलीकी हादीक शुभकामनाऐ Q अद्वैता द्वैत नर्वेद चिंतामणी ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ व्याकरण पढ् पढ मुवे सकलको , विप्र विद कुल ध्रमे। बीन गुरू जबते अबलँग ल्यो, कुटुंब सहीत भवभरमे।।३६ g अनुवादः सद्गरु प्राप्ति के अतिरिक्त, प्रारम्भ से लेकर अब तकये सभी लोग अपने अपने परिवार्रों सहित सम्पूर्ण विश्वर्में जाकरवेदों काव्याकरणिक भाषा में अध्ययन और पारायण करते आये हें, जेसाकि ब्राह्मण कुलका कर्तव्य है। #RH सद्गुरुके लक्ष्य को प्राप्त  किए बिना ही, संसार भरर्में ब्राह्मण कुल में जन्म लेने वाले सभी लोग आदिकाल से लेकर आजतक अपने कर्तव्य आचरण का पालन करते आ रहे हैं।वे केवल व्याकरण सम्मत संस्कृत भाषा मेंलिखे गए चार्रों वेर्दोका अध्ययन करकेही विद्वान बन गएहैं। इस प्रकार, परिवार सहित सभी लोग मौत केशिकारहो गए, लेकिन उन्में सेकिसी को भीबचाया नहींजा सका। सत् कैवल परमात्मा Govindji | कैवल स्ाहेब दीपावलीकी हादीक शुभकामनाऐ Q अद्वैता द्वैत नर्वेद चिंतामणी ग्रंथ परमगुरु विशेषण बरननको अंगः ८ व्याकरण पढ् पढ मुवे सकलको , विप्र विद कुल ध्रमे। बीन गुरू जबते अबलँग ल्यो, कुटुंब सहीत भवभरमे।।३६ g अनुवादः सद्गरु प्राप्ति के अतिरिक्त, प्रारम्भ से लेकर अब तकये सभी लोग अपने अपने परिवार्रों सहित सम्पूर्ण विश्वर्में जाकरवेदों काव्याकरणिक भाषा में अध्ययन और पारायण करते आये हें, जेसाकि ब्राह्मण कुलका कर्तव्य है। #RH सद्गुरुके लक्ष्य को प्राप्त  किए बिना ही, संसार भरर्में ब्राह्मण कुल में जन्म लेने वाले सभी लोग आदिकाल से लेकर आजतक अपने कर्तव्य आचरण का पालन करते आ रहे हैं।वे केवल व्याकरण सम्मत संस्कृत भाषा मेंलिखे गए चार्रों वेर्दोका अध्ययन करकेही विद्वान बन गएहैं। इस प्रकार, परिवार सहित सभी लोग मौत केशिकारहो गए, लेकिन उन्में सेकिसी को भीबचाया नहींजा सका। सत् कैवल परमात्मा Govindji | - ShareChat
શુભ સવાર ના સત્ કૈવલ સાહેબ. #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - ०l कष सकत स्वराज करूपेश कैवन कतारत्व दमामि ०० उंच नीचकर्मेचयघटीनकहिवीत अंशसामीनमे; परम विशेषविशेषनर्मैकोच्रकरीनवधे नहीजीनमी ना ३५l  भावार्थक् @६ किविछथ शिद्वत १२२ साभान्थ थंशोभापीद्ापनानीडि्भवडेकधर२्थथा ड२छे ५ए @riue4-duplekyeieieiduusauuzud-2 @EPEEdlssintpన सतू कैवल साहेब शुकष प्रथान आपका दिन शुभ रहे। Govindji ०l कष सकत स्वराज करूपेश कैवन कतारत्व दमामि ०० उंच नीचकर्मेचयघटीनकहिवीत अंशसामीनमे; परम विशेषविशेषनर्मैकोच्रकरीनवधे नहीजीनमी ना ३५l  भावार्थक् @६ किविछथ शिद्वत १२२ साभान्थ थंशोभापीद्ापनानीडि्भवडेकधर२्थथा ड२छे ५ए @riue4-duplekyeieieiduusauuzud-2 @EPEEdlssintpన सतू कैवल साहेब शुकष प्रथान आपका दिन शुभ रहे। Govindji - ShareChat
Good morning Happy Diwali Sat Kaival Saheb. Sat Kaival Parmatma #📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ .પરમગુરૂ શ્રીમંત કરુણાસાગર.
📝આધ્યાત્મિક ગુરૂ - Sat Kaiuae Saheb थ 8 8 Sಯ 8 181ate  HAPPY Jiwali dyac @@@ शुमकॉमनार्एं Gouindii Thakor Qakawwv Sat Kaiuae Saheb थ 8 8 Sಯ 8 181ate  HAPPY Jiwali dyac @@@ शुमकॉमनार्एं Gouindii Thakor Qakawwv - ShareChat