#santrampalji mahrajji कबीर, जान बूझ साच्ची तजैं, करै झूठ से नेह।
ताकि संगत हे प्रभु, स्वपन में भी ना देय ।।
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो व्यक्ति प्रमाण आँखों देखकर भी झूठ को ही आधार मानता है, उस व्यक्ति से तो परमात्मा ! स्वपन में भी ना मिलाना। वह इतना दुष्ट है। उससे ज्ञान चर्चा करना व्यर्थ है।