wbeauty
ShareChat
click to see wallet page
@241107786
241107786
wbeauty
@241107786
हिन्दू संस्कृति और अध्यात्म की जानकारियाँ
#सुविचार एवं अनमोल वचन
सुविचार एवं अनमोल वचन - हरि शरणं भगतिहि सानुकूल रघुराया , ताते तेहि डरपति अति माया राम भगति निरुपम निरुपाधी , बसइ जासु उर सदा अबाधी तेहि बिलोकि माया सकुचाई , करि न सकइ निज प्रभुताई कछु अस बिचारि जे मुनि बिग्यानी , जाचहिं भगति सकल सुख खानी श्री रघुनाथजी भक्ति के विशेष अनुकूल रहते हैं। इसी से माया उससे अत्यंत डरती रहती है। जिसके हृदय में उपमारहित और उपाधिरहित (विशुद्ध) रामभक्ति सदा बिना किसी बाधा ( रोक-टोक) के बसती है॰ उसे देखकर माया सकुचा जाती है। उस पर वह अपनी प्रभुता कुछ भी नहीं कर ।चला) सकती। ऐसा विचार कर ही जो विज्ञानी मुनि हैं॰ वे भी सब தி அர ஈ தி सुखों ही याचना करते हैं हरि शरणं भगतिहि सानुकूल रघुराया , ताते तेहि डरपति अति माया राम भगति निरुपम निरुपाधी , बसइ जासु उर सदा अबाधी तेहि बिलोकि माया सकुचाई , करि न सकइ निज प्रभुताई कछु अस बिचारि जे मुनि बिग्यानी , जाचहिं भगति सकल सुख खानी श्री रघुनाथजी भक्ति के विशेष अनुकूल रहते हैं। इसी से माया उससे अत्यंत डरती रहती है। जिसके हृदय में उपमारहित और उपाधिरहित (विशुद्ध) रामभक्ति सदा बिना किसी बाधा ( रोक-टोक) के बसती है॰ उसे देखकर माया सकुचा जाती है। उस पर वह अपनी प्रभुता कुछ भी नहीं कर ।चला) सकती। ऐसा विचार कर ही जो विज्ञानी मुनि हैं॰ वे भी सब தி அர ஈ தி सुखों ही याचना करते हैं - ShareChat
#व्रत एवं त्योहार
व्रत एवं त्योहार - हिन्दुओं के व्रत,पर्व 3 dl-<ZR ०५, पौष कृष्ण पक्ष पञ्चमी 09 2082 কালযুক বিক্ষদ বদ্পন ಹ R 2025 मंगलवार वाराणसी, भारत गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग आडल योग, बिडाल योग इस दिन कोई महत्वपूर्ण క్డీ त्यौहार नहीं हैं| हिन्दुओं के व्रत,पर्व 3 dl-<ZR ०५, पौष कृष्ण पक्ष पञ्चमी 09 2082 কালযুক বিক্ষদ বদ্পন ಹ R 2025 मंगलवार वाराणसी, भारत गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग आडल योग, बिडाल योग इस दिन कोई महत्वपूर्ण క్డీ त्यौहार नहीं हैं| - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - ०५, पौष Panchang कृष्ण पक्ष, पञ्चमी 09 २०८२ कालयुक्त, विक्रम सम्बत दिसम्बर २०२५ मंगलवार वाराणसी, भारत विडाल गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग आडल योग ப रहित मुहूर्त एवं उदय-लग्न पञ्चक आज के दिन के लिए उदय लग्न मुहूर्त पञ्चक रहित मुहूर्त आज के दिन के लिए। m   वृश्चिक - दिसम्बर ०८ को २८:५०+ बजे से 0७:०७ रज पञ्चक - ०६३२ से 07:०७ 47-07:07 709:11 07:07 09.11 मुहूर्त - 39 {7[ತಾಪ - 09.11 ام 10.56 সব্ধয - 09:11 ম 10:56  ^ 5=-10:56 #12:27 शुभ मुहूर्त - १० ५६ से १२:२७ रोग पञ्चक ) 47-12:27713:55 12:27 ম 13:55 चोर पञ्चक 00 74-13:55715:34 13:55 14.28 থুলস মুচুন - 14:28 স 15:34 ४ 9 - 15.34 ಗ 17.31 रोग पञ्चक 15:34717:31 1 #!7-17:31 19:45 2%587-17:31 19:45 9   ব্রন্ধ 19:45 ম 22:03 19:45 22:03 0   fగ पञ्चक 22.03 # 24.16+ 22:03 24:16+ आग्न पञ्चक T) कन्या - २४:१६+ 26:29+ থু্ মুচুন - 24:16+  26:22+ ঞ বুলা - 26:294  28:46+ 26:29+ 26:22+ रज पञ्चक शुभ मुहूर्त - २६:२९+ 28:46+ चोर पञ्चक - २8:४६+ 30:33+ ०५, पौष Panchang कृष्ण पक्ष, पञ्चमी 09 २०८२ कालयुक्त, विक्रम सम्बत दिसम्बर २०२५ मंगलवार वाराणसी, भारत विडाल गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग आडल योग ப रहित मुहूर्त एवं उदय-लग्न पञ्चक आज के दिन के लिए उदय लग्न मुहूर्त पञ्चक रहित मुहूर्त आज के दिन के लिए। m   वृश्चिक - दिसम्बर ०८ को २८:५०+ बजे से 0७:०७ रज पञ्चक - ०६३२ से 07:०७ 47-07:07 709:11 07:07 09.11 मुहूर्त - 39 {7[ತಾಪ - 09.11 ام 10.56 সব্ধয - 09:11 ম 10:56  ^ 5=-10:56 #12:27 शुभ मुहूर्त - १० ५६ से १२:२७ रोग पञ्चक ) 47-12:27713:55 12:27 ম 13:55 चोर पञ्चक 00 74-13:55715:34 13:55 14.28 থুলস মুচুন - 14:28 স 15:34 ४ 9 - 15.34 ಗ 17.31 रोग पञ्चक 15:34717:31 1 #!7-17:31 19:45 2%587-17:31 19:45 9   ব্রন্ধ 19:45 ম 22:03 19:45 22:03 0   fగ पञ्चक 22.03 # 24.16+ 22:03 24:16+ आग्न पञ्चक T) कन्या - २४:१६+ 26:29+ থু্ মুচুন - 24:16+  26:22+ ঞ বুলা - 26:294  28:46+ 26:29+ 26:22+ रज पञ्चक शुभ मुहूर्त - २६:२९+ 28:46+ चोर पञ्चक - २8:४६+ 30:33+ - ShareChat
#काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव जी K33/18, भाट की गली, गोलघर, घासी टोला, वाराणसी यू० पी० प्रात:#आरती श्रृंगार दर्शन
काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव जी
K33/18, भाट की गली, गोलघर, घासी टोला, वाराणसी यू० पी० - 4  4 - ShareChat
#सुविचार एवं अनमोल वचन
सुविचार एवं अनमोल वचन - !! ओम नमो नारायणाय !! गिरा अरथ जल बीचि सम कहिअत भिन्न न भिन्न बंदउँ सीता राम पद जिन्हहि परम प्रिय खिन्न जो वाणी और उसके अर्थ तथा जल और जल की लहर के समान कहने में अलगन्अलग हैं, परन्तु वास्तव में अभिन्न ।एक) उन श्री सीतारामजी के चरणों की मैं वंदना करता हूँ॰ जिन्हें 8, दीननदुःखी बहुत ही प्रिय हैं !! ओम नमो नारायणाय !! गिरा अरथ जल बीचि सम कहिअत भिन्न न भिन्न बंदउँ सीता राम पद जिन्हहि परम प्रिय खिन्न जो वाणी और उसके अर्थ तथा जल और जल की लहर के समान कहने में अलगन्अलग हैं, परन्तु वास्तव में अभिन्न ।एक) उन श्री सीतारामजी के चरणों की मैं वंदना करता हूँ॰ जिन्हें 8, दीननदुःखी बहुत ही प्रिय हैं - ShareChat
#व्रत एवं त्योहार
व्रत एवं त्योहार - हिन्दुओं के লন,পন ओर तीज ्त्यहार ०४, पौष कृष्ण पक्ष चतुर्थी 08 २०८२ कालयुक्त विक्रम सम्वत दिसम्बर २०२५ सामवार बाराणसी, भासत गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धियोग विडाल योग इस दिन कोई महत्वपूर्ण క్డీ त्यौहार नहीं हैं। हिन्दुओं के লন,পন ओर तीज ्त्यहार ०४, पौष कृष्ण पक्ष चतुर्थी 08 २०८२ कालयुक्त विक्रम सम्वत दिसम्बर २०२५ सामवार बाराणसी, भासत गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धियोग विडाल योग इस दिन कोई महत्वपूर्ण క్డీ त्यौहार नहीं हैं। - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - ShareChat
#शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त - ०४, पौष Panchang कृष्ण पक्ष चतुर्थी 08 २०८२ कालयुक्त, विक्रम सम्वत 2025 सोमवार वाराणसी, भारत विडाल गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धि योग ப रहित मुहूर्त एवं उदय-लग्न पञ्चक { पञ्चक रहित मुहूर्त  के दिन के लिए उदय लग्न मुहूर्त आज के दिन के लिए। आज m   वृश्चिक - दिसम्बर ०७ को २८ ५४+ बजे से 0७:11 मृत्यु पञ्चक - ०६:३१ से 0७:१ 1 X' ধনু - 07:11 ঊ 09:15  ஒரி7ப4$ - 07:11#09:15 T मकर - ०९:१५ से 1१:०० 09:15 11:00 Jed - 39 11:00#12:31 * 5#-11:00#12:31 रज पञ्चक থুল্স মুচুন - 12:31 13.59 97-12:31 713:59 शुभ मुहूर्त - १३:५९   #4-13:59  15:38 15:38 15:38 716:03 ४ रज पञ्चक वृषभ - १५:३८  17.35 शुभ मुहूर्त - १६:०३ 17:35 1 #97-17:35 #19:49  चोर पञ्चक 17:35 19:49 %  कर्क - १९:४९ 22:06 शुभ मुहूर्त - १९:४९  22:06 0 86-22:06 724:20+ रोग पञ्चक 22:06 24:20+ Tf) कन्या - २४:२०+ 26:33+ शुभ मुहूर्त - २४:२०+ 26:33+ Q तुला - २६:३३+ 28:50+ 26:52+ 26:33+ मृत्यु पञ्चक 28:50+ 26:52+ आग्न पञ्चक शुभ मुहूर्त - २8:५०+ 30:32+ ०४, पौष Panchang कृष्ण पक्ष चतुर्थी 08 २०८२ कालयुक्त, विक्रम सम्वत 2025 सोमवार वाराणसी, भारत विडाल गण्ड मूल सर्वार्थ सिद्धि योग ப रहित मुहूर्त एवं उदय-लग्न पञ्चक { पञ्चक रहित मुहूर्त  के दिन के लिए उदय लग्न मुहूर्त आज के दिन के लिए। आज m   वृश्चिक - दिसम्बर ०७ को २८ ५४+ बजे से 0७:11 मृत्यु पञ्चक - ०६:३१ से 0७:१ 1 X' ধনু - 07:11 ঊ 09:15  ஒரி7ப4$ - 07:11#09:15 T मकर - ०९:१५ से 1१:०० 09:15 11:00 Jed - 39 11:00#12:31 * 5#-11:00#12:31 रज पञ्चक থুল্স মুচুন - 12:31 13.59 97-12:31 713:59 शुभ मुहूर्त - १३:५९   #4-13:59  15:38 15:38 15:38 716:03 ४ रज पञ्चक वृषभ - १५:३८  17.35 शुभ मुहूर्त - १६:०३ 17:35 1 #97-17:35 #19:49  चोर पञ्चक 17:35 19:49 %  कर्क - १९:४९ 22:06 शुभ मुहूर्त - १९:४९  22:06 0 86-22:06 724:20+ रोग पञ्चक 22:06 24:20+ Tf) कन्या - २४:२०+ 26:33+ शुभ मुहूर्त - २४:२०+ 26:33+ Q तुला - २६:३३+ 28:50+ 26:52+ 26:33+ मृत्यु पञ्चक 28:50+ 26:52+ आग्न पञ्चक शुभ मुहूर्त - २8:५०+ 30:32+ - ShareChat
#शुभ मुहूर्त #पूजन विधि
शुभ मुहूर्त - 07-12-25 अखुरथ संकष्टी चतुर्थी रविवार पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी  கதன पौष मास चतुर्थी व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और बिगड़े काम बनते हैं। इस पीले-फूल ` की माला और दुर्वा अर्पित की जाती हैं। दिन गणेशजी को हिंदू पंचांग के अनुसार पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाता है। भगवान गणेश को समर्पित गणेश चतुर्थी व्रत हर महीने की चतुर्थी तिथि को किया जाता है। से पूजा ' इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और बिगड़े काम बनते हैं। पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 7 दिसंबर २०२५ को शाम 6 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 8 दिसंबर २०२५ को बजकर २४ शाम 4 बजकर 3 मिनट पर समाप्त होगी। पीले फूल ` की माला और दुर्वा अर्पित करें, अखुरथ इस दिन गणेशजी को संकष्टी चतुर्थी व्रत ०७ दिसंबर, २०२५ रविवार को किया जाएगा। 07-12-25 अखुरथ संकष्टी चतुर्थी रविवार पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी  கதன पौष मास चतुर्थी व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और बिगड़े काम बनते हैं। इस पीले-फूल ` की माला और दुर्वा अर्पित की जाती हैं। दिन गणेशजी को हिंदू पंचांग के अनुसार पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाता है। भगवान गणेश को समर्पित गणेश चतुर्थी व्रत हर महीने की चतुर्थी तिथि को किया जाता है। से पूजा ' इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और बिगड़े काम बनते हैं। पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 7 दिसंबर २०२५ को शाम 6 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 8 दिसंबर २०२५ को बजकर २४ शाम 4 बजकर 3 मिनट पर समाप्त होगी। पीले फूल ` की माला और दुर्वा अर्पित करें, अखुरथ इस दिन गणेशजी को संकष्टी चतुर्थी व्रत ०७ दिसंबर, २०२५ रविवार को किया जाएगा। - ShareChat