विश्व दृष्टि दिवस
विश्व दृष्टि दिवस हर वर्ष अक्टूबर महीने के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। यह दिवस धुंधली दृष्टि, अंधापन के साथ-साथ दृष्टि संबंधित समस्याओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है।. ऐसे बहुत से सरकारी और गैर सरकारी संस्थान हैं, जो शहरों और गांवों में लोगों को आंखों की समस्याओं से लेकर नेत्र जागरूकता के लिए प्रेरित करते रहे हैं। जगह-जगह पर आंखों की चिकित्सा और जांच शिविर भी लगाये जाते है।इसके बावजूद आंखों की बीमारियों की संख्या विश्व भर की जनसंख्या के साथ-साथ तेज़ी से बढ़ रही हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक अनुमान के अनुसार, विश्वभर में लगभग 285 मिलियन लोग नेत्रहीन हैं। इनमें से 39 लाख लोग अंधे और 246 मिलियन लोग मध्यम या गंभीर दृष्टि दोष वाले है। दृश्य दोष के प्रमुख कारणों में असंशोधित अपवर्तक कमियां (43%) और मोतियाबिंद (33%) हैं। अधिकांश अंधेपन (लगभग 80 %) का बचाव यानि कि उपचार या रोकथाम की जा सकती है। #जागरूकता दिवस
विश्व डाक दिवस
विश्व डाक दिवस ९ अक्टूबर को मनाया जाता है। ९ अक्टूबर 1874 को ’’यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन’’ के गठन हेतु बर्न, स्विटजरलैण्ड में 22 देशों ने एक संधि पर हस्ताक्षर किया था इसीकारण विश्व डाक दिवस मनाने के लिए यह दिन चुना गया।1 जुलाई, 1876 को भारत यूनीवर्सल पोस्टल यूनियन का सदस्य बना[1] तथा भारत में पहली बार वर्ष 1766 में डाक व्यवस्था की शुरूआत की गई, वर्तमान में भारतीय डाक विभाग की स्थिति इस प्रकार से है 150 वर्षों[2] से अधिक पुरानी इस संस्था में डेढ़ लाख से अधिक पोस्ट ऑफिस है जिनमें से 89.87% ग्रामीण क्षेत्रों में है तथा औसतन 21.23 वर्ग किलोमीटर में यह लगभग 8086 जनसंख्या[2] को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। भारत में एक विभाग के रूप में इसकी स्थापना 1 अक्तूबर, 1854 को हुई।भारतीय डाक विभाग 9 से 14 अक्टूबर के बीच विश्व डाक सप्ताह मनाता है।वर्ष 1766 में भारत में पहली बार डाक व्यवस्था का प्रारंभ हुआ,वारेन हेस्टिंग्स में कोलकाता में प्रथम डाकघर वर्ष 1774 को स्थापित किया। भारत में सन 1852 में प्रथम बार चिट्ठी पर डाक टिकट लगाने की शुरुआत हुई तथा महारानी विक्टोरिया के चित्र वाला डाक टिकट 1 अक्टूबर सन 1854 को जारी किया गया। भारत में अब तक का सबसे बड़ा डाक टिकट[3] पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर 20 अगस्त सन 1991 को जारी किया गया था। ब्रिटेन में डाक विभाग की स्थापना वर्ष 1516 में हुई थी ब्रिटेन में इसे रॉयल मेल [4]के नाम से जाना जाता है जिसका मुख्यालय इंग्लैंड में बनाया गया है। अमेरिकी डाक विभाग को यूएस मेल के नाम से जाना जाता है जिसकी स्थापना वर्ष 1775 में हुई थी। फ्रांस के डाक विभाग को ला पोस्ट ए के नाम से जाना जाता है वर्ष 1576 में स्थापित डाक विभाग का मुख्यालय फ्रांस की राजधानी पेरिस में है। डूटस्चे पोस्ट के नाम से जानी जाने वाली जर्मन डाक विभाग का हेड क्वार्टर बॉन में बना हुआ है। दक्षिणी एशियाई देशों में स्थित [[श्रीलंका\\ के डाक विभाग का नाम श्रीलंका पोस्ट है वर्ष 1882 में बने इस डाक विभाग का मुख्यालय श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में है इसी तरह पाकिस्तान में स्थित डाक विभाग जिसे वर्ष 1947 में प्रारंभ किया गया था इसे पाकिस्तान पोस्ट कहा जाता है एवं इसका मुख्यालय इस्लामाबाद में है. #शुभ कामनाएँ 🙏