Chhaya Avi sharma
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#👫 हमारी ज़िन्दगी
👫 हमारी ज़िन्दगी - मैंने अपनी पीडा किसी को नहीं बताई क्योंकि मेरा मानना है कि व्यक्ति में इतनी ताकत हमेशा होनी चाहिए कि अपने दुख, अपने संघर्षों से अकेले जूझ सकें 100 100 100 100 100 100 100 मैंने अपनी पीडा किसी को नहीं बताई क्योंकि मेरा मानना है कि व्यक्ति में इतनी ताकत हमेशा होनी चाहिए कि अपने दुख, अपने संघर्षों से अकेले जूझ सकें 100 100 100 100 100 100 100 - ShareChat
#👉 लोगों के लिए सीख👈
👉 लोगों के लिए सीख👈 - अफवाहों का दौर ये अब अफवाहों का दौर चल रहा है, নক্কোল কী অনান নৈ মীস্ত্ররী | वरना फिर किरदार पर वो, दाग लगा दिए जायेंगे , जो ক্িয भी नहीं নুমন शायद होंगे.. ! ! अफवाहों का दौर ये अब अफवाहों का दौर चल रहा है, নক্কোল কী অনান নৈ মীস্ত্ররী | वरना फिर किरदार पर वो, दाग लगा दिए जायेंगे , जो ক্িয भी नहीं নুমন शायद होंगे.. ! ! - ShareChat
#🌸 सत्य वचन #👫 हमारी ज़िन्दगी
🌸 सत्य वचन - कितने भी अच्छे बन जाओ , पीठ पीछे लोग बुराई ही करेंगे , ঔণন%  ! तुम्हारे ख़ास कर कितने भी अच्छे बन जाओ , पीठ पीछे लोग बुराई ही करेंगे , ঔণন%  ! तुम्हारे ख़ास कर - ShareChat
#🌸 सत्य वचन #👉 लोगों के लिए सीख👈 #🙏 प्रेरणादायक विचार #😇 जीवन की प्रेरणादायी सीख
🌸 सत्य वचन - जिस बेटा को आपनी कमाई पर घमंड होता है, वो भूल जाता है, लिए कि बचपन में उसी कमाई के उसके माँ-बाप ने अपने सपने कुर्बान कर दिए 2 जिस बेटा को आपनी कमाई पर घमंड होता है, वो भूल जाता है, लिए कि बचपन में उसी कमाई के उसके माँ-बाप ने अपने सपने कुर्बान कर दिए 2 - ShareChat
#🌸 सत्य वचन
🌸 सत्य वचन - सास कभी माँ इसलिए भी नहीं बन पाती क्यूकी माँ अपनी बेटी की हजार गलती माफ कर देती है लेकिन बहू की एक गलती का तमाशा बना देती है... सास कभी माँ इसलिए भी नहीं बन पाती क्यूकी माँ अपनी बेटी की हजार गलती माफ कर देती है लेकिन बहू की एक गलती का तमाशा बना देती है... - ShareChat
#🌸 सत्य वचन
🌸 सत्य वचन - जमाना ये हैं कि मां बाप की नसीहत सबको बुरी लगती हैं मगर मां बाप की वसीयत सबको अच्छी m೯ सच्चे विचार जमाना ये हैं कि मां बाप की नसीहत सबको बुरी लगती हैं मगर मां बाप की वसीयत सबको अच्छी m೯ सच्चे विचार - ShareChat
#🌸 सत्य वचन
🌸 सत्य वचन - अधिक चिंतन करने वाली स्त्रियों की ख्वाहिशें कम ही रही.... ! क्योंकि... सब्र है उनका " कब्र" जैसा... ना जाने कितनी इच्छाएँ दफ़न हैं.....!! अधिक चिंतन करने वाली स्त्रियों की ख्वाहिशें कम ही रही.... ! क्योंकि... सब्र है उनका " कब्र" जैसा... ना जाने कितनी इच्छाएँ दफ़न हैं.....!! - ShareChat