अमृतकुम्भ — आस्था और विज्ञान का उन्तीसों सेकंड का हुक: 2025 प्रयाग महा-कुंभ में सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार 26 फ़रवरी तक अनुमानित 66 करोड़ से ज़्यादा स्नान दर्ज हुए, और यह इवेंट दुनिया की सबसे बड़ी शांतिपूर्ण सभाओं में शुमार रहा, जिसकी उपग्रह इमेजिंग और ग्लोबल मीडिया ने भी पुष्टि की। "जहाँ आस्था मिले साफ-सुथरी योजना से, वही असली अमृतकुम्भ है" — यही छोटी सी पंक्ति दिल भी छुए और तर्क भी जगाए। तर्क/साइंस विश्लेषण: पारंपरिक ज्योतिषीय गणनाएँ कुंभ समय को बृहस्पति की परिक्रमा के साथ जोड़ती हैं (अर्थात् कैलेंड्रिक खगोलीय आधार मौजूद है), पर सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण के दृष्टिकोण से स्नान-आस्था के साथ वैज्ञानिक तैयारी अनिवार्य है—भीड़ प्रबंधन, पानी की गुणवत्ता-टेस्टिंग, मोबाइल शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएँ होना चाहिए; 2025 आयोजन के लिए अस्थायी 4000 हेक्टेयर सिटी, लगभग 1,50,000 टेंट और बड़े इंफ्रा प्रोजेक्ट तैनात किए गए और स्थानीय निकायों ने मोबाइल टॉयलेट्स की योजना लागू की। #अमृतकुम्भ #MahaKumbh2025 #Prayagraj #आस्था_विज्ञान 🙏🌊🔭🏥🚿
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