ShareChat
click to see wallet page
क्या आपने कभी सोचा है कि वह बिना रूप की सच्चाई — निर्गुण ब्रह्म या Formless Reality — न केवल धर्मग्रंथों की अमर वाणी है बल्कि आधुनिक विचारों से भी जुड़ने की कोशिश कर रही है? 🔭🕉️ उपनिषदों के महावाक्यों जैसे 'अहं ब्रह्मास्मि' और 'प्रज्ञानं ब्रह्म' यह कहकर चित्त हिला देते हैं कि चेतना ही परम वास्तविकता है; Advaita में ब्रह्म को रूप-रहित, अपरिवर्तनीय और समस्त जगत का आधार माना गया है और यह कहना विज्ञान-संगत भी हो सकता है अगर हम यह समझें कि चेतना को ही मूल सत्यता मानने से अनुभव और रिसर्च का नया फ्रेम बनता है। "अहं ब्रह्मास्मि"। 🧠 वैज्ञानिक विश्लेषण से देखें तो quantum experiments में observer effect से पता चलता है कि मापने की क्रिया सिस्टम को प्रभावित करती है, पर यह गलत होगा यदि हम क्वांटम मापन को सीधे तौर पर mystical या supernatural सिद्धांतों का प्रमाण मान लें — 'consciousness causes collapse' जैसी व्याख्याओं को भौतिकशास्त्र में व्यापक समर्थन नहीं मिला। इसलिए धर्म में सही: आत्मा/चेतना की केंद्रीयता को गंभीरता से लेना; गलत: क्वांटम को प्रमाण बनाकर आध्यात्मिक दावों को बिना तर्क के सच मान लेना। सोचिए — जो देखता है क्या वही असली है? ✨🙏 #निर्गुण #Brahman #Advaita #AhamBrahmasmi #Consciousness. @Reality world @reality gaming @Reality Ishu @Reality in Shadows @reality of life #formless Reality #जय मां वैष्णो देवी #माता वैष्णो देवी #माँ पार्वती जी की तपस्या #तपस्या का अर्थ
formless Reality - dவப் dவப் - ShareChat

More like this