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✝️ ईसा मसीह ✝️GOD ✝️ पवित्र बाइबिल✝️ यीशु वचन ✝️ प्रेयर ✝️ - @Daily GRACE [;read प्रभु हमपर अपना अनुग्रह हमपर इसलिए भेजता है कि हम अपनी निर्बलता में सामर्थ्य पाए और हम उस सामर्थ्य से सबकुछ करने के लिए सिद्ध हो जाए। परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि हम इस सामर्थ्य से औरोंको कुचले या उनके साथ बुराई करे। परमेश्वर हमसे यह चाहता है कि हम उस अनुग्रह के कारण प्रभू की महिमा करे और दूसरों को भी उस अनुग्रह की ओर ले आए। जब हम इसलिए अनुग्रह मांगते है कि परीक्षा में न पडे़, तो अनुग्रह पाने के बाद हमें औरों को भी हम बुराई में, बुराई में नहीं ढकेलना है। उन्हें मोह में पड़ने हेतू नहीं उकसाना है। हम अपने जरूरत के लिए अनुग्रह पाना चाहते है, तो हमें औरों की जरूरतों में भी सहायता करनी है, उनके लिए ठोकर का कारण नहीं हम प्रभु से कैसे कह सकते है कि तू हमारी जरूरतों बनना है। अन्यथा में आ! हम क्षमा करने के लिए अनुग्रह पाना चाहते है तो हमें औरों को भी किसी को क्षमा करने में सहायता करनी है, उनमें किसीके प्रति नफरत नहीं भर देनी है। हम सही चुनाव के लिए अनुग्रह पाना चाहते है तो हम औरों को भी जानबूझकर सही मार्ग से भटकने नहीं देना हैं। क्योंकि जब हम प्रेम में चलते है तो ही प्रभु का आत्मा हममें वास करता है और सामर्थ्य से भरता है ताकि उससे हम औरों के साथ भी भलाई ही करे। पवित्र आत्मा हमें बुराई करना नहीं सिखाता बल्कि भलाई ही करना सिखाता है,वो हममें मसीह के स्वरूप काही निर्माण करता है। @Daily GRACE [;read प्रभु हमपर अपना अनुग्रह हमपर इसलिए भेजता है कि हम अपनी निर्बलता में सामर्थ्य पाए और हम उस सामर्थ्य से सबकुछ करने के लिए सिद्ध हो जाए। परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि हम इस सामर्थ्य से औरोंको कुचले या उनके साथ बुराई करे। परमेश्वर हमसे यह चाहता है कि हम उस अनुग्रह के कारण प्रभू की महिमा करे और दूसरों को भी उस अनुग्रह की ओर ले आए। जब हम इसलिए अनुग्रह मांगते है कि परीक्षा में न पडे़, तो अनुग्रह पाने के बाद हमें औरों को भी हम बुराई में, बुराई में नहीं ढकेलना है। उन्हें मोह में पड़ने हेतू नहीं उकसाना है। हम अपने जरूरत के लिए अनुग्रह पाना चाहते है, तो हमें औरों की जरूरतों में भी सहायता करनी है, उनके लिए ठोकर का कारण नहीं हम प्रभु से कैसे कह सकते है कि तू हमारी जरूरतों बनना है। अन्यथा में आ! हम क्षमा करने के लिए अनुग्रह पाना चाहते है तो हमें औरों को भी किसी को क्षमा करने में सहायता करनी है, उनमें किसीके प्रति नफरत नहीं भर देनी है। हम सही चुनाव के लिए अनुग्रह पाना चाहते है तो हम औरों को भी जानबूझकर सही मार्ग से भटकने नहीं देना हैं। क्योंकि जब हम प्रेम में चलते है तो ही प्रभु का आत्मा हममें वास करता है और सामर्थ्य से भरता है ताकि उससे हम औरों के साथ भी भलाई ही करे। पवित्र आत्मा हमें बुराई करना नहीं सिखाता बल्कि भलाई ही करना सिखाता है,वो हममें मसीह के स्वरूप काही निर्माण करता है। - ShareChat

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