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#india #ઔષધિ #Raxini #Gujarat #🌿 આયુર્વેદ
india - सेव करके रखने जैसा रक्षिणी जीवन रिचार्ज केेन्द्रे२मोरबी  91066 71312 बबासीर- पाईल्स मसा - फिशर ~ सिर्फ 3 दिनोंमें जड़मूल से खत्म फिशर जेसे रोगो॰ं के लिए रक्षिणी एक उतम रक्षिणी- बवाशिर मसा औषधि हे। यह औषधि हजारो साल  होने का लोगो का कहेना हे। पुरानी बवाशिर की पीडा , खून पड़ना , फिशर , आत्र में मसा जेसे रोगों के लिए यह औषधि चमत्रारी हे। बनानेका तरीका- रक्षिणी के साथ और २१ अलग अलग औषधियो के পন ,ক্রুল , ভালী , মুল . फल ...आदि को मिक्स करके उसका आधा पावडर चूर्ण बॅनाया गया हे। उपयोग - आपको दिया गया पेकेटमें एक बोक्स के अन्द्र कुल ४ पाउच हे। इसमेसे आपको एक पाउच को तोड़कर एक पात्र जेसे छोटा कटोरा , सोसरमे दुसरे कोई पात्रमें या लेकर सिर्फ दिवासली से ही जलाकर धुवा करना हे। इस धुवाका रातमे सोने से पहेले मल्मार्ग के पास 7 से १० मिनिट तक शेक लेना हे। इस तरह से आप मेक्सिमम 4 दिन तक जाता हे तो दुसरे दिन शेक लेना हे या  शेक ले सकते हे। अगर आपको पहेले दिन ही रोग मिट नहीं ए आप तय करके शेक लेना हे।शेक लेने से कोई आड़असर नहीं हे क्युकी इ आयुर्वेदिक हे। शेक लेते वक्त ज़लद न हो , पीड़ा न हो , और ज्य्ादा गरम ने लगे उस  तरहसे शेक लेना चाहिए। शेक लेने के बाद आपको कैसा महेसुस होगा - अगर आपको ज्यादा रोग की असर नहीं हे तो आपको पहेले दिन में ही दोपहेरके बाद ही राहत मिलेगी और आपका सारा दर्द मिट जायेगा आपको दर्द ज्य्रादा होगा तो पहेले दिन अगर राहत तो मिलेगी पर दुसरे दिन आपको सारा  दर्द मिट जायेगा और खून भी॰ रुक जायेगा | आपको तिन दिनके बाद आएगी जो मस्से आत्र में होगे खुजली वो सुख जायेगा और मल के साथ निकल जायेगा। आप एस शेक से १०० % रोगमुक्त हो जाओगे | आपको आपके आत्र ने नयेपन का अहेसास होगा | ಕತೆ್ತ್ರವ:ಗ್ [ಪಗರ್ಕ್ फायदे -आपको रोग जडमूल से मिट जायेगा | ए औषधि होने से इससे कोई आड़असर और नुकसान नहीं होता | रोग लिए शेक लेना पड़ता हे जिससे दर्दी को सारवार लेनी सरल हे। रक्षिणी जीवन रिचार्ज सेन्ट्र - मोरबी ९१०६६ ७१३१२ व्हाट्सएप करेःभ रक्षिणी चूर्ण के लिए संपर्क करे या 91066 71312 सेव करके रखने जैसा रक्षिणी जीवन रिचार्ज केेन्द्रे२मोरबी  91066 71312 बबासीर- पाईल्स मसा - फिशर ~ सिर्फ 3 दिनोंमें जड़मूल से खत्म फिशर जेसे रोगो॰ं के लिए रक्षिणी एक उतम रक्षिणी- बवाशिर मसा औषधि हे। यह औषधि हजारो साल  होने का लोगो का कहेना हे। पुरानी बवाशिर की पीडा , खून पड़ना , फिशर , आत्र में मसा जेसे रोगों के लिए यह औषधि चमत्रारी हे। बनानेका तरीका- रक्षिणी के साथ और २१ अलग अलग औषधियो के পন ,ক্রুল , ভালী , মুল . फल ...आदि को मिक्स करके उसका आधा पावडर चूर्ण बॅनाया गया हे। उपयोग - आपको दिया गया पेकेटमें एक बोक्स के अन्द्र कुल ४ पाउच हे। इसमेसे आपको एक पाउच को तोड़कर एक पात्र जेसे छोटा कटोरा , सोसरमे दुसरे कोई पात्रमें या लेकर सिर्फ दिवासली से ही जलाकर धुवा करना हे। इस धुवाका रातमे सोने से पहेले मल्मार्ग के पास 7 से १० मिनिट तक शेक लेना हे। इस तरह से आप मेक्सिमम 4 दिन तक जाता हे तो दुसरे दिन शेक लेना हे या  शेक ले सकते हे। अगर आपको पहेले दिन ही रोग मिट नहीं ए आप तय करके शेक लेना हे।शेक लेने से कोई आड़असर नहीं हे क्युकी इ आयुर्वेदिक हे। शेक लेते वक्त ज़लद न हो , पीड़ा न हो , और ज्य्ादा गरम ने लगे उस  तरहसे शेक लेना चाहिए। शेक लेने के बाद आपको कैसा महेसुस होगा - अगर आपको ज्यादा रोग की असर नहीं हे तो आपको पहेले दिन में ही दोपहेरके बाद ही राहत मिलेगी और आपका सारा दर्द मिट जायेगा आपको दर्द ज्य्रादा होगा तो पहेले दिन अगर राहत तो मिलेगी पर दुसरे दिन आपको सारा  दर्द मिट जायेगा और खून भी॰ रुक जायेगा | आपको तिन दिनके बाद आएगी जो मस्से आत्र में होगे खुजली वो सुख जायेगा और मल के साथ निकल जायेगा। आप एस शेक से १०० % रोगमुक्त हो जाओगे | आपको आपके आत्र ने नयेपन का अहेसास होगा | ಕತೆ್ತ್ರವ:ಗ್ [ಪಗರ್ಕ್ फायदे -आपको रोग जडमूल से मिट जायेगा | ए औषधि होने से इससे कोई आड़असर और नुकसान नहीं होता | रोग लिए शेक लेना पड़ता हे जिससे दर्दी को सारवार लेनी सरल हे। रक्षिणी जीवन रिचार्ज सेन्ट्र - मोरबी ९१०६६ ७१३१२ व्हाट्सएप करेःभ रक्षिणी चूर्ण के लिए संपर्क करे या 91066 71312 - ShareChat

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