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#श्रीमद भगवद गीता उपदेश 🙏🙏 #भगवद गीता सार #🙏गीता ज्ञान🛕 #🙏🏻आध्यात्मिकता😇 #🙏गुरु महिमा😇
श्रीमद भगवद गीता उपदेश 🙏🙏 - देवव्रता देवान्पिन्न्यमच्ति पितव्रताः 4/ भतानि यान्ति भतेज्या সখোডিনীs্রি সIসII वलदेवताओका प्राप्तहतहै पितरों कचपलनपतर देवताओ कोप्राप्त होतहै भूतो कोपूजने कोपूजन वालेभूतोंको प्राप्त हतेहै औरमेरा पजन करनेवाले भक्त मुझकोही प्राप्त हतेहै इसीलिएमेरे भक्तों का पुनर्जन्म चाहिए नहीहता गीता अध्याय 8 श्लक १६ मदेखना ||25|| व्याख्याः इस श्लोक के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण ने यह स्पष्ट किया है कि इश्वरकीपूजा और भक्ति के मार्गपर चलने वल्यक्तिकोसवत्तमलभप्राप्त हताह अन्य देवताओं, पितरों या भूतोंकी पूजा करने से उनकी ही ओर मार्गिदि्शन होता लेकिन भगवान श्रीकृष्ण कोपूजा करने सेभक्त सीधे पसमात्मा के पास पहंचता है। यहश्लोक यह भीदशता है कि विभित्नपजा विधियाके परिणाम भा अलग ्अलग हत है लेकिन भगवान कीपूजा करने से जकिसिभीकलि दिव्य और अनन्त प्रम प्रप्तहताहै सवत्तिम हैय इस प्रकार, यह श्लोक भक्ति और ईश्वर की पूजा के महत्व कोस्पष्ट करता है और यह दशत हैकि एक सच्चेभक्त को सर्वाच्च आत्मा , श्रीकृष्ण, की पूजा करनी चाहिए! देवव्रता देवान्पिन्न्यमच्ति पितव्रताः 4/ भतानि यान्ति भतेज्या সখোডিনীs্রি সIসII वलदेवताओका प्राप्तहतहै पितरों कचपलनपतर देवताओ कोप्राप्त होतहै भूतो कोपूजने कोपूजन वालेभूतोंको प्राप्त हतेहै औरमेरा पजन करनेवाले भक्त मुझकोही प्राप्त हतेहै इसीलिएमेरे भक्तों का पुनर्जन्म चाहिए नहीहता गीता अध्याय 8 श्लक १६ मदेखना ||25|| व्याख्याः इस श्लोक के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण ने यह स्पष्ट किया है कि इश्वरकीपूजा और भक्ति के मार्गपर चलने वल्यक्तिकोसवत्तमलभप्राप्त हताह अन्य देवताओं, पितरों या भूतोंकी पूजा करने से उनकी ही ओर मार्गिदि्शन होता लेकिन भगवान श्रीकृष्ण कोपूजा करने सेभक्त सीधे पसमात्मा के पास पहंचता है। यहश्लोक यह भीदशता है कि विभित्नपजा विधियाके परिणाम भा अलग ्अलग हत है लेकिन भगवान कीपूजा करने से जकिसिभीकलि दिव्य और अनन्त प्रम प्रप्तहताहै सवत्तिम हैय इस प्रकार, यह श्लोक भक्ति और ईश्वर की पूजा के महत्व कोस्पष्ट करता है और यह दशत हैकि एक सच्चेभक्त को सर्वाच्च आत्मा , श्रीकृष्ण, की पूजा करनी चाहिए! - ShareChat

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