ShareChat
click to see wallet page
#quotes ##quotes #motivation #mahabharat #krishna
quotes - को जुए में केवल शकुनी #IHI शकुषिक वसनतिपाहैयस గిస' सकता थ সামাণী থ , उसके पिता की हड्डियों से बने, इसलिए हमेशा उसी के अनुसार चलते थे। कोई भी उसे चौसर में नहीं हरा सकता था, सिवाय भगवान कृष्ण के। पर प्रश्न यह है जब शकुनि छल कररहा श्रीकृष्ण ने हस्तक्षेप क्यों नहीं किया? থা, নী उद्धवजी ने भी यही पूछा था ॰प्रभु, आपने द्रौपदी को चीरहरण से बचाया, पर पहले क्यों नहीं रोका? " श्रीकृष्ण ने उत्तर दिया *मैं हमेशा तैयार रहता हूं॰ लेकिन जब तक कोई सच्चे मन से नहीं मुझे पुकारता, मैं हस्तक्षेप नहीं करता। जब मनुष्य से पुकारता है, तभी मैं अहंकार छोड़कर श्रद्धा उसकी रक्षा करता हूं। " को जुए में केवल शकुनी #IHI शकुषिक वसनतिपाहैयस గిస' सकता थ সামাণী থ , उसके पिता की हड्डियों से बने, इसलिए हमेशा उसी के अनुसार चलते थे। कोई भी उसे चौसर में नहीं हरा सकता था, सिवाय भगवान कृष्ण के। पर प्रश्न यह है जब शकुनि छल कररहा श्रीकृष्ण ने हस्तक्षेप क्यों नहीं किया? থা, নী उद्धवजी ने भी यही पूछा था ॰प्रभु, आपने द्रौपदी को चीरहरण से बचाया, पर पहले क्यों नहीं रोका? " श्रीकृष्ण ने उत्तर दिया *मैं हमेशा तैयार रहता हूं॰ लेकिन जब तक कोई सच्चे मन से नहीं मुझे पुकारता, मैं हस्तक्षेप नहीं करता। जब मनुष्य से पुकारता है, तभी मैं अहंकार छोड़कर श्रद्धा उसकी रक्षा करता हूं। " - ShareChat

More like this