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#⚖️BLO की मौत पर SC चिंतित 😨
⚖️BLO की मौत पर SC चिंतित 😨 - SIR! जान जा रही हे fidI: २२ दिन में 7 राज्यों में समस्याः सबसे ज्यादा 9 की जान मप्र में गई, यूपी - गुजरात में ४-४ २५ बीएलओ की मौत हो चुकी भास्कर न्यूज | नई दिल्ती / भौपाल/ எ scafedaRas में धीमी रफ्तार glt' कोलकाता / लखनऊ।जयपुर मौत देश के १२ राज्यों में ५१ करोड़ से राज्य मध्यप्रदेश में एसआईआर का काम बुधवार तक ७१% पूरा हो गया है। १६ नगर मध्य प्रदेश अधिक मतदाताओं के घर दस्तक दे निगम क्षेत्रों में १९ जिलों में काम धीमा चल रहा है। भोपाल में ५१ ५%. इंदौर उत्तर प्रदेश रहे ५ ३२ लाख से अधिक बीएलओ में ५२%, ग्वालियर में ५८%, जबलपुर में ७१% गणना पत्रक ही डिजिटल गुजरात पर काम के दबावका आरोप गहराता हो पाए हैं। चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और नगर निगम पश्िचम बंगाल जा रहा है। एसआईआर के २२ दिनों आयुक्तों को वर्चुअल बैठक कर समीक्षा की। बड़े शहरों में काम धीमा होने राजस्थान में 7 राज्यों में २५ बोएलओ को मौत पर आयोग ने ईआरओ से सीधे संपर्क किया। सभी जिलों में डिजिटलाइजेशन  तमिलनाडु  ने चिंता बढ़ा दी है। वहीं॰ तृणमूल  जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए। केरल कांग्रेस ने केवल पश्चिम बंगाल में भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदीः विपक्ष ने पहले  नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधीः SIR के नाम पर ३४ लोगों की मौत का दावा किया। ईवीएम पर झूठे आरोप लगाए। अब मतदाता सूची पिछड़े, दलित, चंचित गरीब वोटरों को हटाकर इन मौतों पर सियासत जोरों पर है। पर लगाए जा रहे आरोप भी झूठे साबित होंगे।  भाजपा मनमाफिक वोटर लिस्ट तैयार कर रही है। ओर, निर्वाचन आयोग जिला दूसरी  व राज्यों की रिपोर्ट के इंतजार में है। एसआईआर पहली बार... यह भास्कर एक्सपर्ट आयोग के सूत्रों का कहना है कि अब तक किसी काम के दबाव से किसी ओपी रावत पूर्व गख्य निर्वचन आयक्त নম্ী: কীৎ चुनौती < का आधार मौत की पुष्टि नहों हुई है।  बीएलओ पर दोहरा दबाव थोड़ी नई दिल्ली| सुप्रीम कोर्ट ने कहा, एसआईआर को बुधवार को यूपी के बरेलो में बोएलओ सर्वेश गंगवार (४७ ) गिर नरही दीजा सकती कि यह पहले मदद से बोझ कम हो सकता है चुनौती  यह कहकर पडे़े। अस्पताल में मौत हो गई। उनके कभी नहीं हुआ। आयोग के पास फॉर्म 6 में दर्ज भाई योगेश ने कहा,  एसआईआर का प्रविष्टियों को शुद्धता जांचने को संवैधानिक शक्ति आयोग ध्यान दे तो थोड़ी आसानो हो सकती है। जैसे- मध्य प्रदेश में बीएलओ को ऐप में कैप्चा भरना समस्या दे है। वह कोई नामांकन सिर्फ इसलिए स्वीकारने के दबाव हे॰ देर रात तक काम करवाते थे। ' बोएलओ की मौत इसलिए भी॰ रहा था। उसे हटाने से काम आसान हो गया। बड़ो संख्या लिए बाध्य नहों कि फॉर्म भर दिया गया। सीजेआई सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने चिंता बढ़ा रहो है, क्योकि अगले साल में फार्म अपलोड करने से सर्वर बैठ जाता है। ऐसे में फार्म कहा, आधार नागरिकता का प्रमाण नहीं। अगर किसो  से देशभर में जनगणना शुरू होगी। अपलोड करने का काम रात में करके इसे ठीक किया तो उसे पूर्व सूचना " टीचर्स पर स्कूलों में दिसंबर में कोर्स पूरा कराने का गया। उसमें भी सबसे बड़ा बोझ शिक्षकों  मतदाता को नाम हटाया जाएगा को भी सुनवाई होगी।  देना अनिवार्य है। गुरुवार  के ऊपर होगा। शेष पेज १६ पर भी दबाव है। सिस्टम को समाधान करना चाहिए था। SIR! जान जा रही हे fidI: २२ दिन में 7 राज्यों में समस्याः सबसे ज्यादा 9 की जान मप्र में गई, यूपी - गुजरात में ४-४ २५ बीएलओ की मौत हो चुकी भास्कर न्यूज | नई दिल्ती / भौपाल/ எ scafedaRas में धीमी रफ्तार glt' कोलकाता / लखनऊ।जयपुर मौत देश के १२ राज्यों में ५१ करोड़ से राज्य मध्यप्रदेश में एसआईआर का काम बुधवार तक ७१% पूरा हो गया है। १६ नगर मध्य प्रदेश अधिक मतदाताओं के घर दस्तक दे निगम क्षेत्रों में १९ जिलों में काम धीमा चल रहा है। भोपाल में ५१ ५%. इंदौर उत्तर प्रदेश रहे ५ ३२ लाख से अधिक बीएलओ में ५२%, ग्वालियर में ५८%, जबलपुर में ७१% गणना पत्रक ही डिजिटल गुजरात पर काम के दबावका आरोप गहराता हो पाए हैं। चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और नगर निगम पश्िचम बंगाल जा रहा है। एसआईआर के २२ दिनों आयुक्तों को वर्चुअल बैठक कर समीक्षा की। बड़े शहरों में काम धीमा होने राजस्थान में 7 राज्यों में २५ बोएलओ को मौत पर आयोग ने ईआरओ से सीधे संपर्क किया। सभी जिलों में डिजिटलाइजेशन  तमिलनाडु  ने चिंता बढ़ा दी है। वहीं॰ तृणमूल  जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए। केरल कांग्रेस ने केवल पश्चिम बंगाल में भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदीः विपक्ष ने पहले  नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधीः SIR के नाम पर ३४ लोगों की मौत का दावा किया। ईवीएम पर झूठे आरोप लगाए। अब मतदाता सूची पिछड़े, दलित, चंचित गरीब वोटरों को हटाकर इन मौतों पर सियासत जोरों पर है। पर लगाए जा रहे आरोप भी झूठे साबित होंगे।  भाजपा मनमाफिक वोटर लिस्ट तैयार कर रही है। ओर, निर्वाचन आयोग जिला दूसरी  व राज्यों की रिपोर्ट के इंतजार में है। एसआईआर पहली बार... यह भास्कर एक्सपर्ट आयोग के सूत्रों का कहना है कि अब तक किसी काम के दबाव से किसी ओपी रावत पूर्व गख्य निर्वचन आयक्त নম্ী: কীৎ चुनौती < का आधार मौत की पुष्टि नहों हुई है।  बीएलओ पर दोहरा दबाव थोड़ी नई दिल्ली| सुप्रीम कोर्ट ने कहा, एसआईआर को बुधवार को यूपी के बरेलो में बोएलओ सर्वेश गंगवार (४७ ) गिर नरही दीजा सकती कि यह पहले मदद से बोझ कम हो सकता है चुनौती  यह कहकर पडे़े। अस्पताल में मौत हो गई। उनके कभी नहीं हुआ। आयोग के पास फॉर्म 6 में दर्ज भाई योगेश ने कहा,  एसआईआर का प्रविष्टियों को शुद्धता जांचने को संवैधानिक शक्ति आयोग ध्यान दे तो थोड़ी आसानो हो सकती है। जैसे- मध्य प्रदेश में बीएलओ को ऐप में कैप्चा भरना समस्या दे है। वह कोई नामांकन सिर्फ इसलिए स्वीकारने के दबाव हे॰ देर रात तक काम करवाते थे। ' बोएलओ की मौत इसलिए भी॰ रहा था। उसे हटाने से काम आसान हो गया। बड़ो संख्या लिए बाध्य नहों कि फॉर्म भर दिया गया। सीजेआई सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने चिंता बढ़ा रहो है, क्योकि अगले साल में फार्म अपलोड करने से सर्वर बैठ जाता है। ऐसे में फार्म कहा, आधार नागरिकता का प्रमाण नहीं। अगर किसो  से देशभर में जनगणना शुरू होगी। अपलोड करने का काम रात में करके इसे ठीक किया तो उसे पूर्व सूचना " टीचर्स पर स्कूलों में दिसंबर में कोर्स पूरा कराने का गया। उसमें भी सबसे बड़ा बोझ शिक्षकों  मतदाता को नाम हटाया जाएगा को भी सुनवाई होगी।  देना अनिवार्य है। गुरुवार  के ऊपर होगा। शेष पेज १६ पर भी दबाव है। सिस्टम को समाधान करना चाहिए था। - ShareChat

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