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#WORD OF GOD ✝️ #bible #Jesus is coming #अनन्त जीवन के वचन #jesus
WORD OF GOD ✝️ - ODaily Bread क्या सच में हम परमेश्वर की प्रजा है? यदि हम कितना भी कहे कि हम परमेश्वर की प्रजा है परन्तु उसकी इच्छा को न समझेंगे , उसके वचन को अर्थात प्रभू येशू मसीह को नहीं जान लेेंगे और उसकी बातों पर नहीं चलेंगे तो हम उस न्योताहारियों के समान ठहरेंगे जिन्हें राजा ने अपनी प्रजा समझकर न्योता  विवाह भोज का अपने दासों के द्वारा अपने भेजा था 97& किन्तु उन्होंने वो ठुकरा दिया और राजा की उपेक्षा की! उनमें से कुछ #ঁ সথামুল लोग अपने ही कारोबार में, व्यापार ফু; ক্রুম্ভত অনী ন মামী' का अपमान किया तथा कुछ लोगों ने तो दासों को मार डाला मत्ती  के विषय में कही गई है क्योंकि उन्होंने २५:1 -14)| यह बात यहूदियों येशू मसीह का स्वीकार न किया परन्तु अगर हम भी केवल उसका er 38 होकर रहेंगे परन्तु प्रभू येशू की धार्मिकता और पवित्रता नाम को परिधान न करेंगे और उसीमें सृजे गए नये मनुष्यत्व को पहनकर नये जीवन में न चलेंगे तो हम उस राजा का अनादर करनेवाले ही होंगे और राजा कहेगा कि विवाह भोज तो तैयार है परन्तु न्योताहारी  योग्य नहीं ठहरे! इसलिए हमें येशू मसीह की प्रभूता का स्वीकार करके उसका आदर करना है और उसके प्रेम में बने रहना है। ODaily Bread क्या सच में हम परमेश्वर की प्रजा है? यदि हम कितना भी कहे कि हम परमेश्वर की प्रजा है परन्तु उसकी इच्छा को न समझेंगे , उसके वचन को अर्थात प्रभू येशू मसीह को नहीं जान लेेंगे और उसकी बातों पर नहीं चलेंगे तो हम उस न्योताहारियों के समान ठहरेंगे जिन्हें राजा ने अपनी प्रजा समझकर न्योता  विवाह भोज का अपने दासों के द्वारा अपने भेजा था 97& किन्तु उन्होंने वो ठुकरा दिया और राजा की उपेक्षा की! उनमें से कुछ #ঁ সথামুল लोग अपने ही कारोबार में, व्यापार ফু; ক্রুম্ভত অনী ন মামী' का अपमान किया तथा कुछ लोगों ने तो दासों को मार डाला मत्ती  के विषय में कही गई है क्योंकि उन्होंने २५:1 -14)| यह बात यहूदियों येशू मसीह का स्वीकार न किया परन्तु अगर हम भी केवल उसका er 38 होकर रहेंगे परन्तु प्रभू येशू की धार्मिकता और पवित्रता नाम को परिधान न करेंगे और उसीमें सृजे गए नये मनुष्यत्व को पहनकर नये जीवन में न चलेंगे तो हम उस राजा का अनादर करनेवाले ही होंगे और राजा कहेगा कि विवाह भोज तो तैयार है परन्तु न्योताहारी  योग्य नहीं ठहरे! इसलिए हमें येशू मसीह की प्रभूता का स्वीकार करके उसका आदर करना है और उसके प्रेम में बने रहना है। - ShareChat

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