जानते हो ये जो प्रेम प्रीत प्यार मोहब्बत और इश्क के मध्य का अधूरा अक्षर इस बात को दर्शाता है कि......
"दो पूर्ण आत्माओं के बीच जो भी अधूरा रह जाता है बस वही प्रेम हैं"
हृदय की भूमि पर जो सहज अंकुरित हो उठता है वो प्रेम है
जिसे सुख दुख, विरह वेदना, की भट्टी में जला अश्रुओं से सीचना पड़ता है...
अधूरा_प्रेम सभी भावों, धूप_छांव, प्रेम द्वेष,जाती एवं अनुभूतियों से गुजर परिपक्व होता है
जो प्रेमी इन परिस्थितियों से गुजर कर निखर गए जीवन में सिर्फ वही प्रेम करने योग्य रहे..
बाकी तो बस छलावा, दिल बहलाने, वक्त गुजारने का एक जरिया मात्र हैं..
फिर भी देखों ना दुर्भाग्य प्रेम के ढाई_आखर कभी पूर्ण नहीं हो पाते
वे अधूरे रहते है, जैसे अधूरा रह जाता है अक्सर ही प्रेम....
#❤️Love You ज़िंदगी ❤️ #💓 मोहब्बत दिल से #सिर्फ तुम #😘बस तुम और मैं #🌙 गुड नाईट

